(डा राज कुुुमार सिंंह) यह है कि भारत के आंतरिक मामलों में अमेरिका हस्तक्षेप क्यों करना चाहता है और सरकार उसे इजाजत क्यों दे रही है। अमेरिकी प्रवक्ता के बयान की भारत सरकार को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए तथा यह स्पष्ट करना चाहिए की यह भारत का आंतरिक मामला है और भारत इस पर किसी से भी बातचीत नहीं करेगा, लेकिन भारत सरकार चुप है।इससे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह संदेश जा रहा है कि भारत अमेरिका के दबाव में हैं। सरकार को तत्काल इस मुद्दे पर बयान जारी करना चाहिए। वही ट्रंप के भारत में आने से देश को क्या लाभ होगा, यह भी देश को बताना चाहिए। क्या ट्रंप सिर्फ अमेरिका में होने वाले आगामी चुनाव में भारतवंशियों के वोट हथियाने तथा उन्हें लुभाने के लिए भारत आ रहे हैं या देश को उनके दौरे से कोई बड़ा लाभ होने वाला है। भारत में जिन मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, उसमें ट्रंप किस हैसियत से कूदना चाहते हैं। सीए और एनआरसी पर विरोध दर्ज कर अमेरिकी राष्ट्रपति पाक समर्थित अपने वोटरों को भी साधने का प्रयास कर रहे हैं। यानी एक पंथ दो काज। ट्रम्प ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि भारत के साथ कोई बड...
Editor - Daily Janwarta / www.janwarta.com. President - All India Journalist Association.